जमुई:एनएच -333 ए के चौड़ीकरण के दौरान किसानों की जमीन अधिग्रहण के पश्चात समुचित मुआवजा की मांग को लेकर किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने स्थानीय कचहरी चौक पर धरना दिया। इसके पूर्व किसानों ने प्लस टू उच्च विद्यालय जमुई बाजार से लेकर कचहरी चौक तक पैदल मार्च किया।
किसान नेता बाबू साहब सिंह ने कहा कि बरबीघा, शेखपुरा,सिकंदरा, खैरा, सोनो,झाझा से गुजरनी वाली राष्ट्रीय उच्चपथ 333ए के चौड़ीकरण के नाम पर पन्द्रह हजार से अधिक किसानों का कीमती जमीन,पक्के मकान और दुकानो को सरकार कौड़ी के भाव मे अधिग्रहण करने पर आमादा है।
किसान सरकार की इस नीति के खिलाफ सड़क पर संघर्ष कर रहे हैं। साथ ही यह मांग कर रहे हैं कि जब तक राष्ट्रीय उच्च पथ 333ए को री-अलायमेंट कर किसानों के सैकड़ो पक्के मकानों को बचाने, एनएच 333ए के चौड़ीकरण के कारण अधिग्रहित जमीन का वर्तमान एमभीआर में निर्धारित कीमत के दस गुणा मुआवजा, किसानों की जमीन के अधिग्रहण के कारण प्रत्येक विस्थापित परिवार को पुनर्वास एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी, पूर्व जमींदार ने जिस जमीन का परवाना जिस रैयत के नाम से दिया है और परवाना के आधार पर पंजी टु में दर्ज उक्त रैयत को मुआवजा देने सहित अन्य सवालों को जब तक सरकार हल नहीं करेगी, तब तक हम किसान अपनी जमीन सरकार को नही देगे।
समाजसेवी डा.विभूति सिंह ने कहा कि अधिग्रहित जमीन का बाजार मूल्य से दस गुना मुआवजा के साथ साथ विस्थापितो को पुनर्वास और रजिस्टर टू में दर्ज रैयतों को समुचित मुआवजा नही देगी तो तब तक हम अपनी जमीन नही देगे। किसान संघर्ष मोर्चा के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल किसानों के चार सूत्री मांगों को लेकर अपर समाहर्ता और जिला भू अर्जन पदाधिकारी को संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपा।
पदाधिकारी द्वय ने आश्वासन देते हुए कहा कि किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा और त्रुटि को दूर किया जाएगा। इस मौके पर प्रमोद मंडल,अशोक मंडल दयानंद पंडिय, कपिल रावत चंदशेखर सिंह,मोहम्द हैदर,कालू मरांडी,अशोक मंडल, अनिल पंडित, त्रिपुरारी सिंह,ब्रजेश सिंह, सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।
