सदर अस्पताल परिसर में मौजूद जिला प्रतिरक्षण कार्यालय सभागार में सोमवार को कोल्ड चेन हैंडलर की सफलता को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। उक्त प्रशिक्षण की अध्यक्षता सिविल सर्जन डा. अमृत किशोर और डीआईओ डा. अरविन्द कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर 14 कोल्ड चेन प्वाइंट के अंतर्गत सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोल्ड चेन से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षक के द्वारा कोल्ड चेन के महत्व को परिभाषित और उसका वर्णन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
साथ ही कौन सा टीका गर्मी, प्रकाश और ठंड में कैसे रखा जाता है उसकी जानकारी दी गई। वहीं गर्मी या ठंड के संपर्क में आये टीकों की जांच किस प्रकार की जाती उसकी भी जानकारी दी गई। साथ ही जमे हुए आइस पैक को कैसे कंडीशन, अनुकुलित कर और वैक्सीन कैरियर को ठीक से पैक करने की जानकारी दी गई। साथ ही बताया गया कि गर्मी (8 डिग्री सेल्सियस के ऊपर के तापमान), ठंड (2 डिग्री से नीचे के तापमान) और प्रकाश के संपर्क में आने पर टीके अपनी क्षमता खो देते हैं।
गर्मी या ठंड के कारण क्षमता का नुकसान स्थायी है और इसे वापस नहीं पाया जा सकता है। वहीं पुनर्गठित बीसीजी और खसरा, रूबैला टीके गर्मी और प्रकाश के प्रति अति संवेदशनशील होते है। चूंकि इन जीवित टीकों में संरक्षक नहीं होते है। इसलिए स्टेफिलोकोकस ऑरियस के साथ इनके विषाक्त होने का खतरा होता है जिससे टॉक्सिक शॉक-सिंड्रोम (सदमा) हो जाता है, उन्हें पुरर्गठन के 4 घंटे के भीतर ही उपयोग किया जाना चाहिए। प्रकाश संवेदी इन टीकों की आपूर्ति नारंगी शीशियों में की जाती है सहित अन्य बिन्दूओं पर भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर डब्लूएचंबी के एसएमअंबीडा. सतीश कुमार, गोविन्द कुमार, एसएमसी से अभिमन्यु कुमार, भीसीसीएम राम शंकर, डीभीएस से कृष्णा कुमार पावसवान एवं पंकज कुमार आदि मौजूद थे।
उत्कृष्ठ कार्य करने वाले को दिया गया प्रशास्ति पत्र :
शीत श्रृंखला के रख-रखाव एवं ई-वीन में उत्कृष्ठ कार्य के लिए सिविल सर्जन डा. अमृत किशोर छह स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशास्ति पत्र प्रदान किया। उन्होंने बताया कि शीत श्रृंखला के रख-रखाव एवं ई-वीन में उत्कृष्ठ कार्य के लिए चकाई से विनिता कुमारी, झाझा से मंजू कुमारी एवं सोनो से आरती कुमारी को प्राास्ति पत्र दिया गया। जबकि नियमित टीकाकरण एवं यू-वीन में उत्कृष्ठ कार्य के लिए जमुई शहरी से प्रिया कुमारी, चकाई से सुनैना कुमारी और सिकंदरा से मोनी कुमारी को प्रशास्ति पत्र प्रदान किया गया है।
