जमुई। सदर अस्पताल की व्यवस्था इन दिनों बेपटरी हो गया है। इसका खामियाजा अक्सर इलाज के लिये सदर अस्पताल पहुंचने वाले मरीज तथा उसके परिजन को भुगतना पड़ता है। जिसे देखने वाला कोई नहीं है। ताजा मामला 102 एंबुलेंस कर्मी द्वारा मरीज के परिजन से एंबुलेंस धुलवाने का प्रकाश में आया है। जिसका विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सदर अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की खुली पोल
वायरल विडियो में साफ देखा जा रहा है कि मरीज के परिजन एक महिला से 102 एंबुलेंस को धुलवाया जा रहा है। जो सरकार के बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था और सुविधा को आईना दिखाने के लिए काफी है। हालांकि इससे पूर्व भी कई बार 102 एंबुलेंस चालक द्वारा मरीज के परिजन से एंबुलेंस को धुलवाने का मामला सामने आ चुका है, इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। या यूं कहें कि पूरी तरह स्वास्थ्य व्यवस्था लापरवाही की भेंट चढ़ता जा रहा है।
बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर गरीब मरीजों का शोषण किया जा रहा है। दरअसल बीते मंगलवार की शाम झाझा प्रखंड के धमना गांव निवासी घनश्याम कुमार की पत्नी रुपा कुमारी को प्रसव पीडा होने के बाद रेफरल अस्पताल झाझा में भर्ती कराया गया था, जहां से डॉक्टर ने गर्भवती को सदर अस्पताल जमुई रेफर कर दिया था।
इसके उपरांत 102 एंबुलेंस द्वारा गर्भवती को सदर अस्पताल लाया गया था। रास्ता में किसी ने उल्टी कर दी थी तो एम्बुलेंस के बाहर गंदगी लग गयी थी। जिसे एंबुलेंस चालक द्वारा गर्भवती के परिजन कौशल्या देवी से गंदगी को साफ करवाया जो बिल्कुल गलत है। इस संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि इस मामले की जानकारी मुझे नहीं है। मामले की जांच कर संबंधित एंबुलेंस कर्मी पर कार्रवाई करने की बात कही।
